कर्तव्य कहीं लुफ्त हो चुका है , अब शापित है समाज धीरज अंधकार में छुप गया है, विकृत सो कर्तव्य कहीं लुफ्त हो चुका है , अब शापित है समाज धीरज अंधकार में छुप गया है,...
जहाँ बुजुर्गों का मान हो छोटों का सम्मान हो आपस में विश्वास हो घर ऐसा होना चाहिये…… जहाँ बुजुर्गों का मान हो छोटों का सम्मान हो आपस में विश्वास हो घर ऐसा होना चाहि...
'अयोध्या' की 'एक बूंद' छोड़ गेह निज सीप मुख में पहुंचकर बन जाती है मोती। 'अयोध्या' की 'एक बूंद' छोड़ गेह निज सीप मुख में पहुंचकर बन जाती है मोती।
सदा हम निज निर्णय लें समयानुसार, बेवजह रार से बेहतर मान लेना हार। सदा हम निज निर्णय लें समयानुसार, बेवजह रार से बेहतर मान लेना हार।
आज वह अबला नहीं सक्षम सजग सबला है आज वह अबला नहीं सक्षम सजग सबला है
बीती बातें सोचोगे तो भिंगेंगे गाल तुम्हारे भी, ना यादें बदली हैं ना अश्क बदलेगा ' तो बीती बातें सोचोगे तो भिंगेंगे गाल तुम्हारे भी, ना यादें बदली हैं ना अश्क बदल...